Begin typing your search above and press return to search. Press Esc to cancel.

Politics

Category


Read more

साइमन कमीशन का हिन्दुओं द्वारा विरोध का सच

30 मार्च, 1927 को हाउस ऑफ कॉमन्स में स्टेचुटरी कमीशन की नियुक्ति पर “लॉर्ड बर्केनहेड” के बयान पर ध्यान दीजिए –

“मुझे दलितों के मामलों में गौर करना है। भारत में दलितों की करोड़ों में जनसंख्या है।…

3

Read more

कलमकारों के क़त्ल पर रूह कुरेदती सूरज कुमार बौद्ध की कविता – कलम की आवाज़

नरेंद्र दाभोलकर, कलबुर्गी, पनसारे, और अब गौरी लंकेश। आए दिन अनेक लेखकों, पत्रकारों, कलमकारों को मौत की घाट उतार दिया गया। इन बेबाक आवाजों का गुनाह सिर्फ इतना है कि ये साम्प्रदायिक मानसिकता एवं फ़ासी…

0

Read more

मुझे भविष्य का समतामूलक समाज दिखाई दे रहा है – सूरज कुमार बौद्ध

देश को तथाकथित नजरिए से ही सही पर आजाद हुए 70 साल हो चुके हैं लेकिन भारत की बहुसंख्य आबादी आज भी दाने दाने को मोहताज है। भारत की गिनती आज भी भूखमरी से पीड़ित देशों में होती है। राष्ट्रभक्ति, देशभक्…

4

Read more

प्रसव वेदना – एक कहानी

चमारों का गांव ना सड़क ना कोई मरघट। गांव से शहर की तरफ जाने वाली सड़क तक पहुँचने के बीच तकरीबन ढेड़ किलोमीटर खेतों की पगडंडियों से गुजरकर जाना पड़ता था।

श्रावण का महीना था, बरसात हो रखी थी कि फु…

0

Read more

रोहित वेमुला के भारतीय वामपंथ पर विचार

रोहित वेमुला को हॉस्टल से निकाला तो पाँच छात्रों के साथ था, पर जब वो निकला तो उसके साथ संघर्ष करने के लिए पाँच नहीं सैकड़ों छात्रों का हुजूम निकला। उसके साथ जब “अंबेडकर स्टूडेंन्ट्स एसोसियशन” के छा…

0