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Poem
Tagबहुजन प्यारे! बौद्ध बनो तुम, खत्म करो नादानी…
बहुजन प्यारे!
बौद्ध बनो तुम,
खत्म करो नादानी…
दलितता को छोड़ दो, है ये
युगों-युगों की ग़ुलामी!
दलितता है कमजोरी और
लाचारी की पहचान
‘दलित’ कहकर खुद का तुम
न करना अब अपमान
बौद्ध-बहुजन अपनी ब…
हरिजन नहीं हरिद्रोही बनो – सूरज कुमार बौद्ध
अब संतोष नहीं संताप करो,
नवीन इतिहास का परिमाप गढ़ो।
अपने हक हुक़ूक़ हेतु आरोही बनो
विद्रोही बनो ! विद्रोही बनो !
गुलामी की अस्तबल से बाहर निकल
अटल अडिग अश्वरोही बनो।
विद्रोही बनो ! विद्रोही बनो…
मैं विकास बोल रहा हूं।
मैं विकास बोल रहा हूं,
मेरे जनक नरेंद्र मोदी हैं।
गुजरात में जन्मा हुआ,
चाय बेचकर पला-बढ़ा।
डिग्री विग्री की बात न पूछो,
सहपाठी का नाम न पूछो,
मेरा नाम विकास है
मुझसे दाल का दाम न पूछो।
मुझ…
Sudirsukt- Hymns of a Shudra – The Poems of Revolt against Purusha-Sukta
According to Vedic Brahminical myths, the four Varnas were created through the body of Purusha. The word Purusha is synonyms with male and is contrasted with Prakriti (nature). These philosophical …
अगर मांगने से दुआ कबूल होती – आधी आबादी को अपने हक़ के लिए लड़ने को प्रेरित करती सूरज कुमार बौद्ध की कविता
आधी आबादी को अपने हक़ के लिए लड़ने को प्रेरित करती सूरज कुमार बौद्ध की कविता: अगर मांगने से दुआ कबूल होती।
हजारों सालों से धर्मशास्त्रों के माध्यम से इस देश के आधी आबादी का दमन होता रहा। मनुस्मृति…
क्रांति की रुख का आह्वान करती हुई सामाजिक क्रांतिकारी चिंतक सूरज कुमार बौद्ध की कविता: हम बढ़ते चलेंगे
अगर मानव अधिकारों के उल्लंघन को एक आधार मानकर देखा जाए तो भारत की पहचान एक जातीय हिंसा और उत्पीड़नकारी देश के रुप में की जाती है। यहां प्रधान से लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय तक, पंचायत से लेकर सर्वोच…
Omniscient [Poem]
I have lived without the Vedas
And their knowledge
For centuries.
I can live without the Vedas
And their knowledge
For centuries.
You poured molten lead
Into my ears to prevent me
From l…
The Dog of Hastinapur [Poem]
When the dog barked at Eklavya,
He could have silenced it with a single shot.
But he silenced the barking dog
By filling up its mouth with arrows
Shot one after another
Like an expert archer.
…
Kabir: Pandit, You’ve Got it Wrong
Pandit, look in your heart for knowledge.
Tell me where untouchability
came from, since you believe in it.
Mix red juice, white juice and air–
a body bakes in a body.
As soon as the eight lotu…
[Poem] Untouchable – Sacrifice of Centuries
He sat there looking into space,
Expressionless;
He did not dare to look at anything specific
Lest he be misunderstood for being arrogant;
He breathed slowly, sparingly
Exhaled …
Saint Tukaram Said
Saint Tukaram
Time will submit to slavery
from illusionís bonds we’ll be free
everyone will be
powerful and prosperous –
Brahman, Ksatriya, Vaishya, Shudra
and Chandala all have rights
women, chil…
तब तुम क्या करोगे?
यदि तुम्हें,
धकेलकर गांव से बाहर कर दिया जाय
पानी तक न लेने दिया जाय कुएं से
दुत्कारा फटकारा जाय चिल-चिलाती दोपहर में
कहा जाय तोड़ने को पत्थर
काम के बदले
दिया जाय खाने को जूठन
तब तुम क्या करोगे?