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Categoryनेहरू ने डॉ अम्बेडकर का किया अपमान जब उन्होंने ‘बुद्ध और उनके धम्म’ को प्रकाशित करने के लिए मदद मांगी
डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर ने अपने लेखन को प्रकाशित करने के लिए पूरे जीवन संघर्ष किया। उनकी ज्यादातर किताबें बंबई के एक प्रकाशक ‘थाकर एंड कंपनी’ द्वारा प्रकाशित की जाती थीं। यह एक छोटा–सा ज्ञात तथ्य है …
आरक्षण – 10 सवाल और जवाब जो आपको पढ़ने चाहिए
Read in English from Reservation – 10 Questions And Answers That You Should Read
प्रश्न १: आरक्षण क्या है?
आरक्षण शब्द एक “मिथ्य” है। इसके लिए भारतीय संविधान में इस्तेमाल किया गया उचित शब्द “प्र…
What Indian Corporate Should Do About #DalitLivesMatter
The killing of George Floyd last month sparked protests all over the USA and around the world, with #BlackLivesMatter hashtag trending for many days on Twitter. Since then, racial discrimination ha…
Continuing Dalit and African-American Engagement With Each Other’s Struggle
The murder of George Floyd has invited many comparisons once again with the condition, the situation, the resistance and the political organizations of Dalits and the African-Americans. When people…
Open Letter to Ambedkar University Delhi (AUD) Administration
Dear AUD administration,
Online classes and assignments are absolutely antithetical to the principle of social justice and any semblance of equity in a public university. It is based on the excl…
Did Buddhism Sprout as an Anti-thesis to Vedic Brahmanism?
Right from our first school to our last university class, we are taught that in ancient times Vedic-ism had spread in India numerous centuries before the birth of Buddha and that the Vedic saints w…
22 तथ्य जो आप ज्योतिबा फुले के बारे में नहीं जानते
Read it in English from 22 Things You Most Likely Didn’t Know About Jotiba Phule
Translated to Hindi by – Raj and Jatin
जोतिबा फुले आधुनिक भारत के महात्मा हैं। उनका उल्लेखनीय प्रभाव अंधेर युग के …
रामायण ने हिंदुओ को कैसे कट्टरपंथी बनाया और हिन्दुत्व राष्ट्रवाद को आगे लाया
“मैंने अपने पिता को बताया की मुझे महाभारत का कोई भी किरदार पसंद नहीं आया। मैने कहा, “मुझे भीष्म और द्रोणा पसंद नहीं आया और न ही कृष्णा। भीष्म और द्रोणा कपटी थे। उन्होने एक बात कही और बिलकुल विपरीत …
विवेकानंद की जातिवादी मानसिकता का प्रदर्शन करते कुछ कथन
हिंदुत्व संगठन विवेकानंद को युवा आइकन के रूप में बढ़ावा दे रहे हैं, यहां विवेकानंद के कुछ कथन हैं जो उनकी जातिवादी मानसिकता को प्रदर्शन करते है। संदर्भ इस पोस्ट के अंत में है।
- मैं जातियों को समा…
कांशी राम के 10 अनमोल विचार व कथन जो आपको पढ़ने चाहिए
बीएसपी के संस्थापक कांशी राम के 10 अनमोल विचार व कथन यहां दिए गए हैं। जिस पर दलितों को गंभीरता से सोचना चाहिए और अपने सुझावों को व्यवहार में लाना चाहिए। Read it in English from 10 Quotes of Kanshi …
Dr Babasaheb Ambedkar’s ‘Love’ Letter To His Beloved Wife Ramabai
On December 30, 1930, while in London, Dr Bhimrao Ambedkar wrote this letter to his wife Ramabai. Originally it is written in Marathi by Babasaheb and is translated to Hindi by the Forward Press te…
Plague and Coronavirus – History of Disaster Began Over a Century Ago
Author – Dr. Atulkrishna Biswas
Part-I
Plague havoc of over ten million Indians – History of blindness and apathy
“It (Hindu Plague Hospital, Poona) “was managed by a Committee of Brah…Pandemic Unfolds Human Tragedy In India
Author – Kapilendra Das
India got freedom and emerged as a republic with its own constitution. A billion people of the nation have completed their journey of 72 years and are entering their 73 y…
“जाती” और “नस्ल” – दो अलग तरह के भेदभाव लेकिन अनगिनत समानताएं
यूरोपीय मूल के लोगों द्वारा अफ्रीकी मूल के अश्वेत लोगों के साथ किया जाने वाला नस्लीय भेदभाव हो या भारतीय उपमहाद्वीप की पिछड़ी और अनुसूचित जातियों का ब्राह्मणों द्वारा किया जाने वाला जातीय भेदभाव। ऊप…
बहुजन समाज और “मीडिया”
२१वीं सदी में अगर बहुजन समाज(ST, SC, OBC, Minorities) 85% आबादी होने के बाद भी भारत का हुक्मरान नहीं बन सका और दूसरी तरफ अल्पसंख्यक ब्राह्मण, बनिया, ठाकुर(क्षत्रिय) सिर्फ 15% आबादी के बल पर ही सत्त…