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हिंसा के लिए कोर्ट को जिम्मेदार बताने वाले नेता नगरी अदालत की अवमानना के असली गुनहगार है

सीबीआई की पंचकूला अदालत ने जैसे ही ढोंगी बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह को बलात्कार का अपराधी ठहराया वैसे ही पंजाब और हरियाणा में बलात्कारी बाबा के भक्तों ने कानून अदालत तथा संविधान को ठेंगा दिखाते हुए …

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डेरा सच्चा सौदा समर्थकों का आतंक ही असली देशद्रोह है

पंचकूला की सीबीआई अदालत द्वारा गुरमीत राम रहीम को 15 साल पुराने मामले में अपने ही डेरा के साध्वी के बलात्कार का दोषी करार दिया। अन्य घटनाओं से हटकर इस बार इनके भक्तों ने सन्नाटा नहीं बल्कि आतंक और …

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गांधी ने अछूतों को ठगने के लिए किस प्रकार अपनी कुटिल बुद्धि का इस्तेमाल किया

गांधी ने अछूतों को ठगने के लिए किस प्रकार अपनी कुटिल बुद्धि का इस्तेमाल किया इसके लिए दो घटनाएँ उल्लेखनीय हैं। एक “गुरुवयूर मंदिर सत्याग्रह” दूसरा “मंदिर प्रवेश बिल”।

गुरुवयूर मंदिर सत्याग्रह गा…

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बौद्ध, अंबेडकर, गौतम, भीमपुत्र/भीमपुत्री जैसे सरनेम साहस की बात है – सूरज कुमार बौद्ध

सुबह सुबह उठकर जैसे ही WhatsApp खोला तो देखा कि तभी एक साथी ने मैसेज किया हुआ था कि वह लोग जो अपने नाम के साथ बौद्ध, गौतम, अंबेडकर, भीम पुत्र एवं भीमपुत्री जैसे सरनेम लगाते हैं वह ब्राह्मणवादी व्यव…

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आजादी के 70 साल बाद भी बहुजनों के जीवन में कोई खास सुधार नहीं

आजादी के सत्तर साल बाद भी बहुजनों के जीवन में आज भी कोई खास सामाजिक, राजनीतिक, शैक्षणिक और आर्थिक रूप से सुधार नहीं आया है जबकि संविधान में उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए कई प्रकार के प्रावधान है…

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“वर्ण व्यवस्था” शीर्षक नामक पुस्तक के अनुसार गांधी द्वारा वर्णव्यवस्था की व्याख्या

1925 में गुजराती भाषा में “वर्ण व्यवस्था” शीर्षक नामक पुस्तक के अनुसार गांधी द्वारा वर्णव्यवस्था की व्याख्या –

1- मैं विश्वास करता हूँ कि वर्णों का विभाजन जन्म के आधारित है।

2- वर्णव्यवस्था म…

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गांधी के वर्णव्यवस्था पर विचार

1921-22 का गुजराती पत्रिका “नवजीवन” में गांधी का संपादकीय लेख, जिसमें गांथी के वर्णव्यवस्था पर विचार –

1- मुझे विश्वास है हिन्दू समाज जो आज तक खड़ा रहने में समर्थ हुआ है तो इसलिए क्योंकि वो वर्ण…

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क्या सिख लीडर सिख धर्म को बचा पाएंगे ब्रह्मिनिस्म के हमलो से?

जो सिख ‘दसम ग्रन्थ’ को मानते हैं कि गुरु गोबिंद सिंह ने लिखा है वह प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से ब्राह्मण के प्रभाव में आये सिख हैं। दसम ग्रन्थ को जब मैंने पढ़ा तो लगा किसी पण्डे का लिखा काम-शास्त्…

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दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक नहीं बन सकते दलित राष्ट्रपति के अंगरक्षक

अमर उजाला के मुताबिक, राष्ट्रपति अंगरक्षक की सितंबर माह में भर्ती रैली होगी। निदेशक एवं सेना भर्ती निदेशक, भर्ती कार्यालय हमीरपुर ने बताया कि इस भर्ती रैली में सिख (मजहबी, रामदासिया, एससी और एसटी क…

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बुद्ध ने घर क्यों छोड़ा? ब्राह्मणवादीओ का झूठा प्रचार

सवर्ण स्त्रियों में आजकल एक नया फ़ैशन है बुद्ध को गरिया कर स्त्री विरोधी बताने का, कि वो पत्नी को धोके से छोड़ गए थे। जबकि सच्चाई यह है कि उन्होंने एक भयंकर युद्ध के ख़िलाफ़ अपने ही मंत्रिमंडल से बग़ावत…

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आइए हम बताते हैं कि ज़ीरो कट ऑफ का सच क्या है – ब्राह्मणवादी यूनिवर्सिटी और मीडिया का कमीनापन

यूनिवर्सिटी और मीडिया के कमीनेपन और हरामखोरी का मेरे पास कोई जवाब नहीं है।

आपके पास हो तो बताएँ।

अब तक आपमें से हर किसी ने मीडिया में पढ़ लिया होगा देश की सबसे बड़ी दिल्ली यूनिवर्सिटी दिल्ली …

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भीम आर्मी के समर्थन में पूरे देश में हो रहे विरोध प्रदर्शन को रिहाई मंच का समर्थन

मुसलमानों और दलितों पर सत्ता संरक्षण में हो रहे हैं हमले – राजीव यादव

5 अगस्त 2017 लखनऊ । रिहाई मंच ने भीम आर्मी के राष्ट्रीय विरोध दिवस का समर्थन करते हुए कहा कि पूरे देश मे मुसलमानों और दलितों…

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ज़िंदाबाद-मुर्दाबाद के बीच फंसी देशभक्ति

बुरहानपुर जिले के मोहद गाँव के 15 लड़कों पर से राजद्रोह का मुकदमा हटाकर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का मुकदमा कायम किया जाना यह बताता है कि इस घटना के गंभीर सियासी निहितार्थ हैं। हिन्दुस्तान के बटवा…

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31 जुलाई – दो दिग्गज बहुजनों का परिनिर्वाण दिवस है, शहीद उधम सिंह तथा मोहम्मद रफ़ी साहेब

एक – शहीद उधम सिंह जिन्होंने जलियांवाले बाग़ में हुए बहुजनों के नरसंहार का बदला जनरल ओ’डवायर को मार कर लिया. वह इस काण्ड के प्रत्यक्ष गवाह थे. यहाँ इस बात को रखना भी ज़रूरी है कि 13 अप्रैल 1919 को जल…

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लालू प्रसाद का क्या करें?

लालू प्रसाद का क्या करें?

परिवारवाद राजनीति की ग्लोबल समस्या है. कुछ नेता इससे दूर रह पाए हैं. कुछ का परिवार ही नहीं था, तो कुछ के बच्चों ने अलग रास्ता चुन लिया. कुछेक बच्चे इस लायक ही नहीं थे, …

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