“मान्यवर श्री कांशीराम जी यादगार विश्राम स्थल” पर मीडिया के झूठ को उजागर करता हुआ बसपा का प्रेस नोट


बाबासाहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के देहांत के बाद देश में ख़ासकर गरीबों, मजलूमों व अन्य उपेक्षित वर्गों के मसीहा मान्यवर श्री कांशीराम जी, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी इन वर्गों के उत्थान व स्वाभिमान के लिये समर्पित की है जो अब हमारे बीच में नही रहे हैं।

इनके आदर-सम्मान में उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा 13ए माल एवेन्यू लखनऊ में मान्यवर श्री कांशीराम जी यादगार विश्राम स्थल स्थापित किया गया, तथा उसके उपरांत कैबिनेट के निर्णय के अनुसार सरकारी आदेश दिनांक 13.01.2011 के द्वारा इस पूर्ण परिसर को जनमानस के लिये लोकार्पित किया गया।

हालाँकि सभी को विदित है कि मान्यवर श्री कांशीराम जी उत्तर प्रदेश से लोकसभा व राज्यसभा के सदस्य रहे हैं तथा वर्ष 1995 के बाद अपने जीवनकाल में आवास संख्या 13ए माल एवेन्यू लखनऊ, जो कि मुझे मुख्यमंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री के रहते हुये भी नियमानुसार आबंटित रहा है।

आपको यह भी अवगत कराना है कि मान्यवर श्री कांशीराम जी पार्टी के कार्यों से लखनऊ आने के दौरान इसी परिसर में ठहरते थे, जिसकी वजह से उनका इससे अर्थात 13ए माल एवेन्यू से काफी लगाव हो गया था, जिसे फिर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उनके आदर-सम्मान में ही “मान्यवर श्री कांशीराम जी यादगार विश्राम स्थल” में परिवर्तित कर दिया गया।

इसी परिसर के एक थोड़े से भाग में मैं यहाँ ठहरती थी जैसा कि सरकारी आदेश दिनांक 13.01.2011 में दर्शाया भी गया है और इसी कारणवश मुझे बंगला नं 6, लाल बहादुर शास्त्री मार्ग, लखनऊ भी आवंटित किया गया था, जिस बंगले को मैंने दिनांक 29/5/2018 को ही खाली कर दिया है।

इसके साथ ही 13ए माल एवेन्यू लखनऊ का वो भाग जिसमें मैं ठहरती रही हूँ उसको आज मैं दिनांक 02 जून 2018 को खाली कर रही हूँ तथा अब शासनादेश दिनांक 13.01.2011 के तहत् यह भाग भी खाली होने पर मा. श्री कांशीराम जी यादगार विश्राम स्थल का ही भाग कहलायेगा।

अब माननीय सुप्रीम कोर्ट के आये फैसले के अनुसार इस स्थल के आवासीय भाग जिसमें मैं रहती थी उसको छोड़ने के उपरांत सम्पूर्ण बंगला नं. 13ए, माल एवेन्यू जो “मान्यवर श्री कांशीराम जी यादगार स्थल” है, इसके रख-रखाव व सुरक्षा आदि की वर्तमान प्रदेश सरकार का पूरे तौर से सही व उचित व्यवस्था किये जाने का दायित्व है जैसाकि कैबिनेट के निर्णय के बाद आदेश दिनांक 13.01.2011 में निर्देशित है, जिसकी प्रतिलिपि मीडिया बन्धुओं को भी दी जा चुकी है। क्योंकि इस स्थल की सुरक्षा व रख-रखाव आदि अभी तक अधिकांश मेरी सुरक्षा व रख-रखाव में लगे मेरे कर्मी ही करते रहे हैं, जो कि अब मेरे प्राइवेट निवास पर चले जायेंगे।

यहाँ पर आये मीडिया बन्धुओं वैसे तो आप सभी लोग इस प्रोग्राम में अनेकों बार आ चुके हैं, परन्तु फिर भी मैं आज आप सभी लोगों से यह अनुरोध करूंगी की आज आप इस पूरे परिसर का भ्रमण मेरे साथ जरूर करें तथा इसकी फोटोग्राफी भी करें, तथा इस बंगले के अंदर चलकर उस आवासीय भाग को भी देखें जिसमें कि मैं अभी तक रहती थी।

और इस स्थल में घूमने के उपरांत आप स्वयं ही यह देखेंगे कि इस परिसर में मुख्यतौर पर मान्यवर श्री कांशीराम जी विश्राम कक्ष, लाइब्रेरी, मीटिंग हाल, रसोई एवं जलपान कक्ष तथा मीटिंग रूम, स्थल की व्यवस्था कक्ष, मुख्य रसोई एवं भोजनालय कक्ष तथा मा. श्री कांशीराम जी के मुख्य परिसर में स्थित म्यूरल स्थल-(भाग-1) व इसके भीतरी दीर्घा में स्थित म्यूरल स्थल-(भाग-2), तथा पिछले बरामदे में लगे दो म्यूरल, कई छोटी बैठकें, जेनरेटर रूम, लिफ्ट स्थल व उसके बंगले में नीचे मा. श्री कांशीराम जी विशाल स्मृति हाल/ संग्रहालय व ऊपरी भाग में मीटिंग हाल तथा इसके खुले परिसर में पाँच अलग भागों में स्थित ग्रीन स्थल, पेड़-पौधे, स्वागत कक्ष व कई कण्ट्रोल रूम आदि स्थित हैं।

इसके साथ ही, इस स्थल के खुले परिसर में मान्यवर श्री कांशीराम जी की भव्य व विशाल खड़ी प्रतिमा लगी है और उनकी एकमात्र उत्तराधिकारी के रूप में मेरी भी प्रतिमा उनके साथ लगी हुई है।

इसके साथ-साथ यहाँ इस परिसर में एक तरफ बराबरी व दर्शक सुविधा स्थल बना हुआ है तो वहाँ दूसरी तरफ हाथियों की गैलरी व पीछे कई विशाल फौव्वारे भी चालू हालत में हैं।

इसकी सुरक्षा के लिये कई सन्तरी पोस्ट व वी.आई.पी. के लिये अंडर ग्राउंड पार्किंग एवं बुजुर्गों व विकलांग आदि के लिये दो घुमाने वाली सरकारी गाड़ी की भी व्यवस्था है। सुरक्षा-कर्मियों हेतु अंडर ग्राउंड में व उसके ऊपर कमरों की भी उचित व्यवस्था की गयी है।

और अब मैं यहाँ मीडिया के लोगों को यह कहना चाहूँगी कि पिछले कुछ दिनों से अख़बार एवं टी.वी. चैनलों आदि में कुछ लोग बराबर यह खबर दिखा रहे हैं कि मायावती बंगला नं 13ए माल एवेन्यू खाली नही कर रही है, जबकि इस सम्बंध में आप सभी को मालूम है कि नोटिस मिलने के बाद से 15 दिनों का समय बंगला खाली करने के लिये दिया गया था जो अभी खत्म नही हुआ है। मैं यह उम्मीद करती थी कि मीडिया के लोग कुछ भी लिखने या दिखाने से पहले कम से कम 15 दिन खत्म होने तक जरूर इंतजार करेंगे परन्तु ऐसा नही दिख रहा।

हालाँकि मैं समझती हूँ कि मीडिया के ऊपर बड़ा दबाव डाला गया होगा कि ऐसा लिखे व दिखाएं।

खासतौर से ऐसा इसीलिए क्योंकि उत्तर प्रदेश में फूलपुर और गोरखपुर के बाद अब कैराना व नूरपुर में भी बीजेपी की जबर्दस्त करारी हार हो गयी है और इतना ही नही बल्कि पूरे देश में जहाँ-जहाँ भी उपचुनाव हुये हैं वहाँ बीजेपी को इस देश की दुःखी व पीड़ित जनता ने सही रास्ता दिखा दिया है और जनता ने यह भी बता दिया कि यह झूठे आश्वासनों वायदों व साम्प्रदायिक भावनाएं भड़काने में अब नहीं आने वाले हैं।

और इस सम्बंध में मैं पहले ही यह कह चुकी हूँ कि बीजेपी सरकार की अब पूरे देश में उलटी गिनती शुरू हो गयी है।

क्योंकि सभी चुनावों में बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत लगाने के साथ-साथ शासन व प्रशासन की भी ताकत का भरपूर दुरूपयोग किया।

परन्तु उसके बाद भी अब उनको अधिकांश मुँह की खानी पड़ रही है और इसलिये वे अपनी हार की खबरों को दबाने के लिये इस तरह की खबरें दिखवा रहे हैं कि मायावती ने अभी तक अपना सरकारी बंगला 13ए माल एवेन्यू खाली नही किया और इस तरह की खबर को चलवाने के लिये इन्होंने अपनी पूरी ताकत लगा दी है, कि शायद इससे लोगों का ध्यान उनकी इस जबर्दस्त करारी हार से हट जाये।

और अब मैं अंत में उत्तर प्रदेश के कैराना व नूरपुर के मतदाताओं कल धन्यवाद देती हूँ कि उन्होंने बीजेपी द्वारा सभी हतकण्डों को अपनाये जाने के बाद भी अपनी सूझबूझ से काम किया और बीजेपी को जबर्दस्त शिकस्त दी है।

2nd June 2018

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