सूबे में प्रतिमा-विसर्जन में हो रहे सांप्रदायिक तनाव के लिए योगी सरकार जिम्मेदार – रिहाई मंच
भाजपा की रणनीति है कि पूरे देश को साम्प्रदायिकता की आग में झोंककर कुर्सी हासिल किया जाये
लखनऊ 22 अक्टूबर 2017. रिहाई मंच ने सूबे में प्रतिमा-विसर्जन के दौरान हो रहे सांप्रदायिक तनाव के लिए योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. मंच ने आरोप लगाया की भाजपा नेताओं द्वारा ताजमहल पर सांप्रदायिक बयान बाजी करके जनता का ध्यान मूलभूत सवालों से भटकाने की कोशिश की जा रही हैं.
रिहाई मंच लखनऊ प्रवक्ता अनिल यादव ने कहा कि राजधानी के काकोरी से लेकर पूर्वांचल के आजमगढ़ तक प्रतिमा विसर्जन और गोवर्धन पूजा के बहाने पूरे सूबे को सांप्रदायिक हिंसा की आग में झोकने की लगातार कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि दशहरा और मोहर्रम को दौरान भी बहराइच से लेकर बलिया तक भाजपा की इसी सांप्रदायिक रणनीति की तहत सांप्रदायिक उन्माद फैला रही है जिससे कि निकाय चुनाव में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करवा सके. बलिया में भाजपा विधायक संजय यादव की भूमिका साफ़ करती है कि सरकार के एजेंडे में सांप्रदायिक तनाव करवाना है. उन्होंने ने कहा कि यह भाजपा की रणनीति है कि पूरे देश को साम्प्रदायिकता की आग में झोंककर कुर्सी हासिल किया जाये, योगी और मोदी इसी रणनीति के उत्पाद हैं.
रिहाई मंच ने कहा कि गोरखपुर 2007 सांप्रदायिक हिंसा जिसके मुख्य आरोपी आदित्यनाथ और केन्द्रीय वित्त राजमंत्री शिवप्रताप शुक्ला जैसे लोग हैं का जो मुकदमा सामाजिक कार्यकर्ता असद हयात और वरिष्ठ पत्रकार परवेज़ परवाज द्वारा हाई कोर्ट इलाहाबाद में चल रहा है. जिसको वरिष्ठ अधिवक्ता फरमान अहमद नकवी लड़ रहे है से दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की इन्साफ पसंद आवाम को उम्मीद है. इस कार्यवाही से साम्प्रदायिकता की आग लगाकर राजनीति रसूख पाने वालों पर लगाम लग सकेगी.
द्वारा जारी-
अनिल यादव, प्रवक्ता
रिहाई मंच लखनऊ
[irp]
+ There are no comments
Add yours