इस देश में नोटो वालों की सरकार बनती है, ना की वोटो वालों की.


इस देश में नोटो वालों की सरकार बनती है, ना की वोटो वालों की. यहा नोटो वालों की सरकार बनती है, उस देश में जनतंत्र नही कहा जा सकता. इस देश में जनतंत्र नही है, जनतंत्र में तो वोटो वालों की सरकार बनती है. इस देश में सब से ज्यदा नोटो का इस्तेमाल बाजपा करती है, बाजपा, कॉंग्रेस को नोटो के इस्तेमाल में पीछे छोड़ चुकी है.  – साहेब श्री कांशी राम जी (3 जनवरी, 1999, नागपुर)

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